सबसे पहले हाजियों को मुबारकबाद...
और ये इल्तजा-
मुस्तुफ़ा की वो ज़मीं और वहां के मंज़र
ये सुना है, हैं वहां दोनों जहां के मंज़र
जब मैं झांकूं तो मुझे अक्स नज़र आ जाए
अपनी आंखों में बसा लाना वहां के मंज़रऔर अब
आप सभी को ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद
(ईद की ग़ज़लें यहां भी हैं)
आखर कलश
एक नज़र बस राह में उनको देखा और मना ली ईद
ईद मना
लीजिए हाज़िर है एक क़ता
हर नज़ारे में है पैग़ामे-मुसर्रत शाहिद
(ईद की ग़ज़लें यहां भी हैं)
आखर कलश
एक नज़र बस राह में उनको देखा और मना ली ईद
ईद मना
लीजिए हाज़िर है एक क़ता
43 comments:
जब मैं झांकूं तो मुझे अक्स नज़र आ जाए
अपनी आंखों में बसा लाना वहां के मंज़र
बहुत खूब शाहिद जी.
ईद मुबारक हो, आपको, सपरिवार.
शाहिद जी आपको ईद की बहारों के मुबारक मौके पर बहुत बहुत बधाई हार्दिक शुभकामनायें।
वाह वाह शाहिद साहब
बहुत खूब
दोनों क़त’आत बहुत उम्दा हैं
मुस्कुरा्ते हुए सूरज ने बिखेरी किरनें
ईद का दिन है, बहारों पे बहार आई है
बहारों पर बहार का आना ,क्या बात है!
बहुत ख़ूब!
बहुत खूब......... आपको भी ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद।
बहुत खूब......... आपको भी ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद।
eid mubarak...
ईद के पाक मौके पर मैं आपको व आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनायें देता हूँ !
ईद मुबारक और मुबारक देव उठनी ग्यारस।
मुस्कुरा्ते हुए सूरज ने बिखेरी किरनें
ईद का दिन है, बहारों पे बहार आई है
सच है...बहारों पे बहार आई है....ईद की बहुत बहुत मुबारकबाद
बहुत खूब शाहिद जी ! आपको सपरिवार ईद बहुत बहुत मुबारक
जब मैँ झाँकू तो मुझे अक्स नजर आ जाये
अपनी आँखोँ मेँ बसा लाना वहाँ के मँजर
बहुत ही लाजबाव हैँ। आपको सपरिवार ईद की मुबारकवाद।
पढ़िये ब्लोग "Sansar" पर गजल :-
"जो भी पाया था कभी खुदा से मैँने"
बहुत खूब ....ईद मुबारक हो
मुस्कुरा्ते हुए सूरज ने बिखेरी किरनें
ईद का दिन है, बहारों पे बहार आई है
वाह वाह वाह बहारों पर बहारें ईद के मुक़द्दस दिन ही आ सकती हैं...वाह
नीरज
आदाब मिर्ज़ा साब,
आज के इस मुक़द्दस मौके पर दोनों ही क़त'आत लाज़वाब..
जब मैं झांकूं तो मुझे अक्स नज़र आ जाए/ और बहारों पर बहारें ...
बधाई कुबूल फरमाएं
अर्श
ईद मुबारक हो, आपको, सपरिवार.
ईद का दिन है बहारों पे बहार आई है । क्या खूब लिखा है । ईद मुबारक ।
मुबारकबाद!!
मौक़ा ए वक्ते़अकीदत है कि इन्शाअल्लाह
इन बहारों में हमें याद वो करते होंगे।
मुबारक जनाब!
aap sb ki bahaaroN mei
aur bahaar aur bahaar aaye..
inhi duaaoN ke saath
aap sb ko Eid ki MUBARAKBAAD.
बहुत सुन्दर है
ईद मुबारक हो, आपको, सपरिवार.
ईद-मुबारक!
बहुत नेक विचार. ईद की बहुत शुभकामनायें.
बहुत निर्मल भाव.ईद मुबारक.
वाह ! कितने सुन्दर भाव ....आपको सपरिवार ईद-उल-अज़हा की हार्दिक शुभकामनाएँ !!
आप को ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद!
बेहतरीन!
आपको भी ईद बहुत-बहुत मुबारक हो!
खुदा की है सारी ज़मीं सारे मंज़र
काश यहाँ भी हो वहाँ का मंज़र
ईद मुबारक !
Nice post .
मालिक सबका शुभ करे ।
विशेष : तर्क वितर्क से मेरा मक़सद केवल संवाद है और संवाद का मक़सद सत्पथ की निशानदेही करना है ।
किसी के पास सत्य का कोई अन्य सूत्र है तो मैं प्रेमपूर्वक उसका स्वागत करता हूं , अपने कल्याण के लिए , सबके कल्याण के लिए ।
कल्याण सत्य में निहित है ।
ahsaskiparten.blogspot.com पर देखें
मुस्कुरा्ते हुए सूरज ने बिखेरी किरनें
ईद का दिन है, बहारों पे बहार आई है ...
बहारें मुस्कुरा रही हैं .... ईद के इस मुक़द्दस मौके पर सभी को बहुत बहुत मुबारकबाद ....
एक नज़र बस राह में उनको देखा और मना ली ईद
ओये होए .....!!
शहीद जी इस एक मिसरे ने तो लूट ही लिया ....!!
ईद-उल-अज़हा की मुबारकबाद !
बहुत सुन्दर......गहरी अभिव्यक्ति..........
जनाब मिर्ज़ा साहब,
अव्वल, आपको ईद उल अज़हा की मुबारकबाद। देर से ही सही मगर दिल से..। जो इल्तज़ा फरमाई है आपने..याद दिलाती है मुझे जब मेरे खास दोस्त हज़ पर जा रहे थे और मैं उन्हें मुम्बई में मिला था, तब उनसे गुजारिश की थी कि वे वहां के एक एक वाक्ये सुनाये..तस्वीरे पेश करे जो उनकी आंखे देखे..। जब लौटे तो करीब तीन घंटों तक धाराप्रवाह सुनता रहा उनके मुंह से अल्लाह की जमीं के अद्भुत किस्से..दृष्य..और मानों ऐसा मस्त हुआ कि मैं भी कर गया हज़..। मुझे भी लगा मैं वहां हूं और अल्लाह मेरे सर पर हाथ रखे है..। बहरहाल..इल्तज़ा की चार लाइने आपकी जरूर हैं मगर उस वक़्त मेरी हालत इन चार लाइनों से परे नहीं थी।
कता..और मुबारकबाद का यह तरीका..लाज़वाब है।
मुस्कुरा्ते हुए सूरज ने बिखेरी किरनें
ईद का दिन है, बहारों पे बहार आई है
वाह वाह ,बहुत सुन्दर कहा आपने
बहुत खूब ,बधाई ! ईद मुबारक !
आज पहली बार आपके ब्लॉग पर आया हूँ बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ........
वाह!
देर में आईं हूँ , ईद मुबारक हो ।
wah.
कभी ऐसा मौका आये ज़िन्दगी मे कि ईद आपके साथ मनाये.... आमीन ।
बेहद भावपूर्ण अभिव्यक्ति.........
http://saaransh-ek-ant.blogspot.com
bahut khoob...blog par aane ka shukriya..
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